
सहारनपुर।।पुलिस ने नशा तस्कर पर बड़ी कार्रवाई की है। कोतवाली नगर और थाना चिलकाना पुलिस ने मिलकर नशीली दवाइयों का जखीरा पकड़ा, जिसमें 62,400 नशीले कैप्सूल, 4100 नशीले इंजेक्शन और 6600 नशीली गोलियां शामिल थीं
इस कार्रवाई के दौरान, पुलिस ने नशा तस्कर नवीन सैनी को गिरफ्तार किया, जो अब्दुल्लापुर अहाड़ी का निवासी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि नवीन सैनी बड़े पैमाने पर नशीली दवाइयों की तस्करी करता है
पुलिस टीम ने राधा विहार कालोनी में एक घर की घेराबंदी की और नवीन सैनी को पकड़ लिया। इस कार्रवाई में कोतवाली नगर और थाना चिलकाना की पुलिस टीमें शामिल थीं
इस मामले का खुलासा एसपी देहात सागर जैन ने पत्रकारों के साथ एक वार्ता के दौरान किया। यह कार्रवाई सहारनपुर में नशीली दवाइयों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई है।
उक्त घटना में पकड़ी गई नशीली दवा के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन यहाँ कुछ संभावनाएं हैं सूत्र
नशीली दवा के संभावित स्रोत
- अफगानिस्तान: अफगानिस्तान दुनिया में अफीम का सबसे बड़ा उत्पादक है, जिससे हेरोइन बनाई जाती है। यह संभव है कि पकड़ी गई नशीली दवा अफगानिस्तान से आई हो।
- मेक्सिको: मेक्सिको में कई नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले संगठन हैं, जो कोकीन, हेरोइन और मारिजुआना जैसी दवाओं का उत्पादन और निर्यात करते हैं।
- कोलम्बिया: कोलम्बिया में कोकीन का उत्पादन और तस्करी एक बड़ी समस्या है। यह संभव है कि पकड़ी गई नशीली दवा कोलम्बिया से आई हो।
- भारतीय स्रोत: यह भी संभव है कि पकड़ी गई नशीली दवा भारत में ही बनाई गई हो। भारत में कई नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले संगठन हैं, जो विभिन्न प्रकार की दवाओं का उत्पादन और निर्यात करते हैं।
- नेपाल और अन्य पड़ोसी देश: नेपाल और अन्य पड़ोसी देशों में भी नशीली दवाओं की तस्करी एक बड़ी समस्या है। यह संभव है कि पकड़ी गई नशीली दवा इन देशों से आई हो।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि नशीली दवाओं की तस्करी एक जटिल और वैश्विक समस्या है, और इसके स्रोत का पता लगाना मुश्किल हो सकता है सूत्र