अखिलेश यादव दोनों सीट पर जीत से इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने चुनाव प्रचार में उतरना तक जरूरी नहीं समझा वहीं दूसरी तरफ निरहुआ हारने के बावजूद इलाके में अपना जनाधार बनाने में लगे रही। वहीं उपचुनाव की घोषणा होते ही बीजेपी ने यूपी में अपना पूरा प्रचार तंत्र एक्टिव कर दिया। सीएम योगी के अलावा यूपी सरकार के कई मंत्रियों को प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई। दूसरी तरफ केंद्र ने भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को प्रचार का जिम्मा सौंपा।
हालांकि आज सुबह आठ बजे जब वोटों की गिनती शुरूआत में दोनों सीटों पर सपा आगे चल रही थी।आजमगढ़ में वोटों की गिनती की दौरान नोकझोंक भी देखने को मिली जब पुलिस ने सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को स्ट्रॉंग रूम में जाने से रोक दिया। शुरूआती रूझानों में रामपुर और आजमगढ़ दोनों सीटों पर सपा प्रत्याशी आगे चल रहे थे। आजमगढ़ सीट पर धर्मेंद्र यादव तो रामपुर सीट पर आसिम राजा ने बढ़त बनाई हुई थी। लेकिन बाद में जैसे जैसे वोटों की गिनती बढ़ी वैसै- वैसे सपा प्रत्याशी दोनों सीटों पर पिछड़ते चले गए और रामपुर में धनश्याम लोधी तो आजमगढ़ में निरहुआ ने बढ़त बनानी शुरू कर दी।