
ब्यूरो ऋषभ तिवारी
उन्नाव। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए उन्नाव के जामा मस्जिद गंज शहीदा कब्रिस्तान के पास उनका पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के जिला अध्यक्ष मोहम्मद अहमद के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए और जमकर नारेबाजी की।
बता दे कि प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अखिलेश यादव ने हाल ही में दिए अपने एक बयान में मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जिससे लोगों में भारी नाराज़गी है। मोहम्मद अहमद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा मुस्लिम वोट लेकर सिर्फ सत्ता हासिल की, लेकिन उनके हक में कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने अपने हालिया भाषणों में समुदाय विशेष के खिलाफ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया है, जो निंदनीय है और मुसलमानों की उपेक्षा को दर्शाता है। उन्होंने कहा, “हम अखिलेश यादव के उस बयान की घोर निंदा करते हैं जिसमें उन्होंने मुसलमानों की बात को नज़रअंदाज़ किया और उन्हें केवल वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करने का संकेत दिया। समाजवादी पार्टी ने मुसलमानों को सिर्फ इस्तेमाल किया है, लेकिन आज जब चुनाव पास हैं, तो उनके खिलाफ ही बयान दिए जा रहे हैं।” प्रदर्शन के दौरान स्थानीय लोगों ने हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर अखिलेश यादव के खिलाफ नारे लगाए और समाजवादी पार्टी की नीतियों की आलोचना की। उनका कहना था कि अब समय आ गया है कि मुस्लिम समुदाय अपने अधिकारों के लिए संगठित हो और अपने सशक्त नेतृत्व को सामने लाए। इस मौके पर पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित किया। हालांकि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और किसी भी प्रकार की हिंसा की सूचना नहीं मिली। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर अखिलेश यादव अपने बयान पर माफी नहीं मांगते हैं तो प्रदेशभर में उनके खिलाफ और उग्र आंदोलन किए जाएंगे। साथ ही उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे जागरूक हों और उन राजनीतिक दलों से सावधान रहें जो केवल उनके वोट की राजनीति करते हैं।