
कानपुर।।कानपुर में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान हंगामा हो गया। यात्रा में लाउडस्पीकर लगाने को लेकर पुलिस और पनकी महंत के बीच विवाद हुआ। इसके बाद सैकड़ों समर्थक नयागंज पीपल वाली कोठी पर धरने पर बैठ गए। दरअसल, पुलिस प्रशासन का कहना था कि रथयात्रा में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध है। इसके बाद समर्थकों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए। फिलहाल पुलिस के अधिकारी मौके पर समर्थकों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
पनकी महंत ने कहा- पुलिस ने हमारे साथ अभद्रता की। आज जगन्नाथ गली से यात्रा निकलनी थी, पनकी महंत महाराज जितेंद्र दास और कृष्ण दास ने बताया कि रथयात्रा निकलने से पहले पुलिस अधिकारी उनके पास पहुंचे और बैंड में दो स्पीकर लगाने को कहा। जिसका पनकी महंत ने विरोध किया। आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्रता की। पुलिस अभद्रता के बाद महंत समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए।
बता दें कि कानपुर के जरनलगंज स्थित जगन्नाथ गली से 215 वर्ष पुरानी जगन्नाथ यात्रा निकाली जा रही थी। इस वर्ष 27 और 28 जून को यात्रा काहूकोठी, नयागंज चौराहा, हूलागंज, भूसाटोली, नागेश्वर मन्दिर, नयागंज चौराहा, जनरलगंज, मनीराम बगिया, मेस्टन रोड, चौक सर्राफा, कोतवाली चौराहा, शिवाला, संगम लाल मन्दिर, कमला टॉवर, लाठी मोहाल होकर जनरलगंज स्थित जगन्नाथ मंदिर में खत्म होंगी।
महंत जितेंद्रदास ने कहा- हर साल जगन्नाथ यात्रा निकलती आई है, कभी ऐसा नहीं हुआ कि स्पीकर के लिए कहा गया हो। अब बताया जा रहा है कि स्पीकर नहीं लगेंगे, भजन नहीं बजेंगे। ऐसा हुआ तो गलत हो जाएगा।
250 साल पुरानी है श्री जगन्नाथ की मूर्ति
भगवान श्री जगन्नाथ आज शहर के नगर भ्रमण पर रथ पर सवार होकर रथ यात्रा कर रहे हैं। लेकिन कानपुर के 250 साल पुराने श्री जगन्नाथ जी के मंदिर की कहानी कुछ ऐसी है कि जगन्नाथ पुरी से लाई गई मूर्ति एक वृद्ध महिला के द्वारा यहां रख दी गई और उसके बाद लाख कोशिश के बाद भी वह मूर्ति उस स्थान से नहीं हिली..