सचिन पाण्डेय
उन्नाव। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खतरा चोरियाें का होता है। ऐसे में चोरी की घटनाओं को रोकना पुलिस के लिये बड़ी चुनौती है। घटनाओं को रोकने के लिए एसपी ने जिले को पांच सेक्टर में बांट कर रात्रि गश्त के साथ पिकेट की ड्यूटियों पर रहने वाले कर्मियों को सख्त निर्देश दिए हैं। यदि क्षेत्र में घटना हुई तो बीट के दारोगा, सिपाही जिम्मेदार होंगे। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने उन्नाव में आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए 5 सेक्टर में जिले को बांटा है। एक एक सेक्टर में चार थानों को शामिल किया है। इसके साथ ही रात्रि गश्त को लेकर एएसपी एक बजे तक भ्रमणशील रहकर ड्यूटियां चेक करेंगे। वहीं सेक्टर के प्रभारी सीओ दो बजे तक फील्ड में रहेंगे। थाने के इंस्पेक्टर तीन बजे तक अपने अपने क्षेत्र में रहकर आपराधिक घटनाओं को रोकेंगे। चौकी इंचार्ज, हल्का प्रभारी सुबह चार बजे गश्त करेंगे और सिपाही छह बजे तक पॉइंट पर रहेंगे। हालांकि इस सर्द भरी रात में यह मास्टर प्लान कर्मियों के लिए मुसीबत तो बना है लेकिन उम्मीद है कि पुलिस की चहल कदमी से आपराधिक घटनाओं को रोका जा सकेगा।