
लखनऊ, 20 मई, 2025
प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने मंगलवार को डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, मोहान रोड, लखनऊ में विश्वविद्यालय की कोर कमेटी के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने विश्वविद्यालय की वित्तीय, शैक्षिक, प्रशासनिक एवं भौतिक विकास की प्रगति की बिंदुवार समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मंत्री ने विश्वविद्यालय की बीते पाँच वर्षों की शासकीय एवं आंतरिक स्रोतों से प्राप्त आय तथा व्यय की समीक्षा करते हुए कहा कि आय बढ़ाकर विश्वविद्यालय दिव्यांगजन छात्रों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा सकता है। उन्होंने विश्वविद्यालय में लंबित सभी रिक्तियों की जानकारी लेते हुए भर्ती प्रक्रिया में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षण व गैर-शिक्षण पदों की शीघ्र पूर्ति से शैक्षणिक गतिविधियों को गति मिलेगी और छात्रों को गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।
मंत्री कश्यप ने विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए गुणवत्ता एवं समयसीमा के अनुपालन पर बल दिया। उन्होंने कृत्रिम अंग निर्माण, ब्रेल प्रेस और खेल सामग्री निर्माण जैसे केंद्रों की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए इनकी उपयोगिता को अधिक से अधिक दिव्यांग छात्रों तक पहुँचाने के निर्देश दिए।
बैठक में दिव्यांग छात्रों द्वारा पूर्व में माँगी गई सुविधाओं पर हुई कार्यवाही, छात्रों की संख्या में वृद्धि हेतु बनाई गई रणनीति, संकायवार परीक्षा परिणामों की स्थिति, विश्वविद्यालय एवं दिव्यांग छात्रों के मध्य समन्वय प्रयास तथा भूमि संबंधी विवादों की वर्तमान स्थिति पर भी गहन चर्चा की गई।
मंत्री कश्यप ने कहा कि दिव्यांग छात्रों की संख्या बढ़ाने हेतु प्रभावी जनसंपर्क, परामर्श एवं प्रवेश प्रोत्साहन कार्यक्रम चलाए जाएं ताकि अधिक से अधिक छात्र उच्च शिक्षा से जुड़ सकें। उन्होंने ब्रेल प्रेस के माध्यम से पाठ्यपुस्तकों की नियमित और समयबद्ध छपाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने विश्वविद्यालय में निर्मित इनडोर स्टेडियम के अधिकतम उपयोग की बात कही और निर्देश दिया कि नियमित खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं। उन्होंने कहा कि दिव्यांग छात्र खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं यदि उन्हें आवश्यक संसाधन, प्रशिक्षण और मंच दिया जाए।
मंत्री कश्यप ने विश्वविद्यालय के दिव्यांग छात्रों से संवाद कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने छात्रों से फीडबैक लेते हुए उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना और समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे अपनी शिक्षा पर पूर्ण रूप से ध्यान दें, आत्मनिर्भर बनें और समाज में सकारात्मक भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार दिव्यांगजन के शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार और स्वरोजगार के लिए कई योजनाएं चला रही है। विश्वविद्यालयों को इन योजनाओं से विद्यार्थियों को जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर करना चाहिए।