लखनऊ । गोमती नगर विस्तार में ठेकेदार प्रशांत विजय सिंह (42) ने शुक्रवार देर रात फांसी लगा ली। सुबह देर तक दरवाजा न खुलने पर पत्नी नितिशा सिंह ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो प्रशांत का शव फंदे से लटक रहा था। कमरे से मिले सुसाइड नोट में प्रशांत ने पीडब्ल्यूडी की इंजीनियर व उसके पिता पर प्रताड़ित करने की बात लिखी है।
परिजनों ने दोनों पर 40 लाख रुपये न लौटाने और झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। प्रभारी निरीक्षक गोमतीनगर विस्तार अनिल कुमार सिंह के मुताबिक, आशियाना के सेक्टर एन निवासी सिद्धमान सिंह का बेटा प्रशांत विजय सिंह शिप्रा अपार्टमेंट के वी-ब्लॉक के फ्लैट नंबर 101 में रहता था। प्रशांत के बेटे अर्नव ने बताया कि रात करीब 11 बजे पिता आए और उससे बाहर जाकर पढ़ने को कहा।
डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह के मुताबिक, इंदिरानगर के मानस एन्क्लेव में रहने वाली इंजीनियर ने रेप, अप्राकृतिक संबंध बनाने, रंगदारी मांगने, मारपीट, गालीगलौज व धमकाने का केस दर्ज कराया था। आरोप था कि प्रशांत ने खुद को अविवाहित बताते हुए दोस्ती की और लिवइन रिलेशनशिप में रहे। मई में प्रशांत को गिरफ्तार किया गया था। 15 जुलाई को जमानत पर छूटे थे, लेकिन मानसिक तौर पर परेशान होने की बात सामने आई है।