इस बार देश के 21 लाख किसान ऐसे हैं जिनके खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की रकम नहीं पहुंचेगी। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुताबिक जिन किसानों का भूलेख किसान पोर्टल पर भूलेख अपलोड होगा उन्हें ही निधि का लाभ मिलेगा।
सूत्रों के मुताबिक 1 करोड़ 62 लाख किसानों का डेटा किसान पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है और उनके खाते में 12वीं किश्त का पैसा पहुंच जाएगा। देश में 21 लाख किसान ऐसे हैं जो भूलेख अनिवार्य किए जाने के बाद अपात्र पाए गए हैं।
परंतु 11 लाख किसान ऐसे हैं जिन्होंने अपना डाटा अप्लोड नहीं किया है। सरकार ने सत्यापन की अंतिम तारीख 9 सितंबर रखी है। अगर 9 सितंबर तक सत्यापन नहीं होता है तो पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली 12वीं किश्त रुक जाएगी।
पोर्टल पर किसानों को अपना नाम, अपने पिता का नाम, गाटा संख्या व रकबा की जानकारी देनी होगी। पोर्टल पर ही तहसील के रिकॉर्ड के आधार पर किसान के भू अभिलेख का भी विवरण होगा। आवश्यक रिकॉर्ड मिलने के बाद ही लेखपाल सर्वे और सत्यापन करेंगे।