देवेंद्र तिवारी
उन्नाव।विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी गौरांग राठी की अध्यक्षता में विकास कार्यों का मूल्यांकन एवं अनुश्रवण, सीएम डैशबोर्ड, एवं शासन के विकास कार्यों की प्राथमिकता के 37 बिन्दुओं की विस्तृत समीक्षा की गयी।
बैठक में डीएम द्वारा सीएम डैशबोर्ड एवं शासन के विकास कार्यों की प्राथमिकता कार्यक्रम के अन्तर्गत सोलर लाईट, एमओयू मॉनीटरिंग, खराब ट्रॉन्सफार्मरों का बदला जाना, दैनिक विद्युत आपूर्ति, बीज डीबीटी, 102, 108 एम्बुलेंस, अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता एवं निगरानी, चिकित्सा सुविधाएं एवं आयुषमान कार्ड, दिव्यांग पेंशन, जल जीवन मिशन, शौचालय निर्माण, सामाजिक वनीकरण, ऑपरेशन कायाकल्प, पीएम पोषण, विद्यालय निरीक्षण, मिड-डे-मील, निराश्रित गौवंश संरक्षण, पशु टीकाकरण, पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान, मत्स्य सम्पदा योजना, निराश्रित महिला पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आदि की प्रगति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली गयी।
समीक्षा के दौरान विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में खराब प्रगति वाले विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की प्राथमिकता के कार्यक्रमों की मा० मुख्यमंत्री जी के स्तर पर नियमित रूप से समीक्षा की जाती है। इसलिए सभी विभाग अपने-अपने विकास कार्यक्रमों एवं योजनाओं की भौतिक व वित्तीय प्रगति में सुधार लाएं अन्यथा सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही होगी। उन्होने कहा कि विकास कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और जन समस्याओं के निस्तारण में किसी भी प्रकार का विलम्ब न हो।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० सत्य प्रकाश, जिला विकास अधिकारी संजय पाण्डेय, परियोजना निदेशक कमलेश कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ० नीलम सिंह,अधिशासी अभियन्ता हरदयाल अहिरवार, जिला कृषि अधिकारी श्री कुलदीप कुमार मिश्रा सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।