लखनऊ |मोहनलालगंज क्षेत्र के कोराना गांव से शुक्रवार रात लापता हुई युवती की हत्या कर शव को बांक नाले के किनारे खेत में फेक दिया गया। कोराना निवासी रणधीर उर्फ पप्पू यादव सटरिंग का काम करते हैं। पप्पू की बेटी पारुल इंटर की छात्रा थी और आइटीआइ की पढ़ाई भी कर रही थी। पारुल की मां उमा के मुताबिक शुक्रवार को रात साढ़े आठ बजे वह बेटी के साथ घर के पीछे पशुओं का चारा तैयार कर रही थीं। पारुल ने उनसे कहा कि गैस पर दूध चढ़ा है। देख लो नहीं तो गिर जाएगा
इसके बाद उमा घर के भीतर चली गईं। करीब 10 मिनट बाद उमा जब वापस आईं तो पारुल लापता थी। इसकी जानकारी उन्होंने पति रणधीर को दी। इसके बाद परिवारजन ने पारुल की तलाश शुरू की। काफी देर तक खाेजबीन करने पर पारुल का कुछ पता नहीं चला।
पारुल के लापता होने के बाद परिवारजन ने पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पारुल की तलाश करते रहे। यहां तक कि पारुल के गायब होने की बारे में पड़ोसियों को भी भनक नहीं लगी। शनिवार सुबह घर से पांच सौ मीटर दूर बांक नाले के किनारे अमर के खेत में पारुल का लहूलुहान शव पड़ा मिला। शव गांव से करीब 500 मीटर दूर एक जगह पर पड़ा मिला है। चरवाहों ने शव देखकर शोर मचाया। इसके बाद पप्पू ने शव की पहचान पारुल के रूप में की।