संवाददाता सचिन पाण्डेय
उन्नाव।विश्व मलेरिया दिवस मंगलवार को जिला मुख्यालय सहित सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी), उपकेंद्रों एवं 235 हेल्थ वेलनेस सेंटर पर मनाया गया जिसके माध्यम से जनसमुदाय को मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आयोजित मलेरिया जागरूकता गोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सत्य प्रकाश ने बताया कि मलेरिया से बचाव के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है | इस साल इस दिवस की थीम है- टाइम टू डिलीवर जीरो मलेरिया:इन्वेस्ट, इनोवेट एंड इम्प्लीमेंट | ।
उन्होंने मलेरिया रोग के मुख्य लक्षण हैं- बुखार, ठंड लगना, सिर दर्द, बदन दर्द, उल्टी आना आदि है। इसके जांच, उपचार की सुविधा सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध है। मलेरिया से बचाव के लिए जरूरी है कि घर के आस पास साफ सफाई, मच्छर पनपने वाले स्थानों पर पानी इकट्ठा न होने दें,कूलर, टायर, टूटे बर्तनों, , गमलों के पानी को बदलते रहें। पूरे आस्तीन का कपड़े पहने, सोते समय मच्छर दानी का प्रयोग करें। बुखार आने पर स्वयं कोई इलाज न करें | स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच और इलाज कराएं |
उन्होंने कहा कि मलेरिया बीमारी से बचाव के लिए साफ सफाई,स्वच्छता जरुरी है। इसमें व्यक्तिगत प्रयास के साथ साथ जन भागीदारी जरूरी है।
जिला मलेरिया अधिकारी रमेश चंद्र यादव ने मलेरिया रोग से बचाव, रोग प्रबंधन, जांच उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर उपस्थित सदस्यों को मलेरिया से बचाव के संबंध में शपथ दिलाई गई ।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरनंदन प्रसाद, डॉ रवि दास, डॉ अरविंद कुमार, डॉ नरेंद्र सिंह ,डा जे.आर सिंह.सहित समस्त स्वास्थ्य अधिकारी तथा कार्यालय के समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे। ।